अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के 103 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप दिया जा चुका है, जिनमें डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इस स्टेशन के पुनर्विकसित स्वरूप का वर्चुअल लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को किया। पीएम मोदी ने राजस्थान के बीकानेर से वर्चुअल माध्यम से एक साथ देशभर के सभी 103 स्टेशनों को संबोधित किया।
डोंगरगढ़ में हुआ भव्य आयोजन
स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद संतोष पांडे, नगर पालिका अध्यक्ष रमन डोंगरे और पद्मश्री फूलबासन यादव मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सांसद संतोष पांडे ने कहा कि आज रेलवे स्टेशनों में एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलने जा रही हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच की सराहना करते हुए कहा कि यह परिवर्तन उसी का परिणाम है। आधुनिकता और डिजिटल इंडिया की दिशा में रेलवे स्टेशनों का यह कायाकल्प एक बड़ी पहल है।
12.51 करोड़ की लागत से बदला स्टेशन का चेहरा
डोंगरगढ़ स्टेशन को ₹12 करोड़ 51 लाख की लागत से नवीनीकृत किया गया है। अब यहां आने वाले यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और एक नया अनुभव मिलेगा। यह स्टेशन मां बम्लेश्वरी मंदिर, चंद्रगिरी और प्रज्ञागिरी तीर्थस्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी बेहद सुविधाजनक बन गया है।
कनेक्टिविटी को भी मिली रफ्तार
रेलवे नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए बोरतलाव और मुढ़ीपार के बीच 18 नए ओवरब्रिज और अंडरब्रिज बनाए गए हैं। सांसद ने बताया कि आने वाले समय में राजनांदगांव रेलवे स्टेशन का भी विकास कार्य शुरू होगा और कटघोरा रेललाइन प्रोजेक्ट पर काम जल्द शुरू किया जाएगा।
लोकल ट्रेनों के संचालन की उठी मांग
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष रमन डोंगरे ने लोकल ट्रेनों को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रायपुर की ओर सुबह 6:30 से दोपहर 12 बजे तक और नागपुर की ओर सुबह 8:30 से शाम 4 बजे तक कोई लोकल ट्रेन नहीं चलती। उन्होंने अप और डाउन दोनों दिशाओं में लोकल ट्रेनों के संचालन को फिर से शुरू करने की मांग रखी।
निष्कर्ष
डोंगरगढ़ स्टेशन का नया रूप न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक सौगात है, बल्कि यह धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक आने-जाने वाले यात्रियों को भी एक नई सुविधा और अनुभव प्रदान करेगा। यह योजना रेलवे के बदलाव की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।